वातावरण प्रदान करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:ऊर्जा की बर्बादी:प्रकृति का संचालन बहुत ही संयमित और नियमित ढंग से होता है! प्रकृति ने जो समय चक्र के अनुसार जो ऋतुयें और मौसम बनाया है, अगर मनुष्य या जीव उसके अनुरूप चले तो उसकी कई बीमारियों का निराकरण हो जाएगा! एयर कंडीशनर अधिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जो ऊर्जा की बर्बादी का कारण बन सकता है और ऊर्जा खपत को बढ़ा सकता है।वायु प्रदूषण: प्रकृति ने जो गर्मी, ठंडी, बरसात इत्यादि का प्रारूप बनाया है, वह जीव के हित के लिए ही बनाया है!एयर कंडीशनर के उपयोग से वायु प्रदूषण बढ़ सकता है, क्योंकि ये ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन का कारण बनते हैं, जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)।वायुमंडलीय प्रभाव: एयर कंडीशनर के उपयोग से वायुमंडलीय प्रभावों को भी प्रभावित किया जा सकता है, जैसे कि ऊर्जा की बर्बादी, जो वायुमंडलीय ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ा सकती है।आज तो लोग Gym भी जाते हैं तो वहाँ भी उन्हें AC चाहिए ! अब ऐसे मूर्खों को क्या कहा जाये ? अरे भाई तुम लोग Gym पसीना बहाने ही जा रहे हो न फिर वहां भी अगर AC चाहिये तो तुम्हारे लिए हॉस्पिटल का एक बेड पहले से ही बुक है वो भी Oxygen मास्क वाला ! और Pharmaceutical कम्पनीज़ तो हैं ही तुम्हारे लिए दवाएं बनाने के लिए !
ध्वनि प्रदूषण: एयर कंडीशनर के उपयोग से ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ सकता है, जो कार्यस्थल और आसपासी इलाकों में आवाज के प्रदूषण का कारण बनता है।
स्वास्थ्य समस्याएं: लंबे समय तक एयर कंडीशनर के अधिक उपयोग से स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि नजला, चक्कर आना, और थकान जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।आधुनिकीकरण की अंध दौड़ में प्रकृति को ही ठेंगा दिखाने का कार्य करते हैं ! उस वक़्त तो प्रकृति कुछ नहीं बोलती , पर यही प्रकृति फिर हमें चिढाती है जब डॉक्टर के पास लाइन लगाए बैठे रहते हैं , हॉस्पिटल में होते हैं या हथेली भर दवाईयों को मुंह में रखते हैं !इन सभी नुकसानों के बावजूद, एयर कंडीशनर का सही तरीके से उपयोग करने से इन नुकसानों को कम किया जा सकता है। विशेष रूप से एनर्जी संवेदनशील और पर्यावरण के लिए सही तरीके से निर्मित और उपयोग किए जाने वाले एयर कंडीशनर के उपयोग से यह नुकसान कम किए जा सकते हैं!