प्रकृतिवाद
प्रकृति वाद विचारधारा का मुख्य ध्येय है कि हमें प्रकृति के साथ संतुलित और समर्थ जीवन जीना चाहिए। इसलिए, प्रकृति वाद समस्याओं के निस्तारण के लिए कई प्रकार के कार्य कर सकता है:प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग: प्रकृति वाद के अनुसार, हमें प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करना चाहिए जैसे कि सौर ऊर्जा, पानी की ऊर्जा, और जलवायु के परिवर्तन को प्रोत्साहित करना। इससे हम स्थायित्व और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देते हैं।प्राकृतिक उपचार और चिकित्सा: प्रकृति वाद के अनुसार, प्राकृतिक उपचार और चिकित्सा विभिन्न रोगों और समस्याओं के लिए अधिक प्रभावी हो सकते हैं। यह हमें उपचार में दवाओं की अधिक उपयोग को कम करने में मदद कर सकता है और हमारे स्वास्थ्य को प्राकृतिक रूप से बनाए रखने में मदद कर सकता है।पर्यावरण संरक्षण: प्रकृति वाद के अनुसार, हमें पर्यावरण की रक्षा करने के लिए काम करना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें वन्यजन्तुओं की संरक्षण, वन संरक्षण, और प्राकृतिक अभिलेखों की संरक्षण करना चाहिए।सामुदायिक संरक्षण: प्रकृति वाद के अनुसार, हमें सामुदायिक स्तर पर भी काम करना चाहिए ताकि हम साझा संसाधनों का उपयोग करते समय संतुलित और उन्नत विकास को प्रोत्साहित कर 1सकें।इन कार्यों के माध्यम से, प्रकृति वाद हमें समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रयासरत रहना बहुत जरूरी है!