ऋतु मौसम के चक्र में समय परिवर्तन से वातावरण में विशेष प्रकार का बदलाव है, जो संख्या में छह बार बदलाव करती है ये परिवर्तन तापमान, वर्षा और हवा में नमी की मात्रा से जुड़े हैं!

अब वर्षाकाल शुरू होने को है आकाश में टंगे बादल मानों जी भर भर पुचकारते नजर आ रहे हैं, पहले हाहाकार अब सत्कार मिट्टी की सौंधी महक मानों किसी की राहत भरी साँस है कि लम्बे इंतजार के बाद कम से कम आ गए हैं!

अपनी वेबसाइट के लिए कुछ स्मार्ट आइडिया है आप सब भी सोचे क्योंकि सोचा गया कार्य ही आगे फलीभूत भी होता है!

वर्षा ऋतु में प्रकृति का संरक्षण करने के लिए कुछ और स्मार्ट आइडियाज:

वर्टिकल गार्डनिंग:सीमित स्थान में अधिक पौधे उगाने के लिए वर्टिकल गार्डन का निर्माण करें। इससे आप अपने घर की दीवारों को भी हरियाली से सजा सकते हैं।

रेन गार्डन:अपने घर के आसपास रेन गार्डन बनाएं। ये विशेष गार्डन होते हैं जो वर्षा जल को अवशोषित करने और भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।

सोलर पावर का उपयोग:सोलर पैनल्स का उपयोग करें। इससे बिजली की बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा। आप सोलर पावर से चलने वाले उपकरणों का भी उपयोग कर सकते हैं।

किचन गार्डन:अपने घर के किचन गार्डन में सब्जियाँ उगाएं। इससे आपको ताजी सब्जियाँ मिलेंगी और बाजार से खरीदी जाने वाली सब्जियों की पैकेजिंग और ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण से बचा जा सकता है।

बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग:बायोडिग्रेडेबल और कम्पोस्टेबल उत्पादों का उपयोग करें। ये पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचाते और जल्दी से विघटित हो जाते हैं।

ग्रीन रूफ्स (हरी छत):अपने घर की छत पर हरियाली लगाएं। यह न केवल आपके घर को ठंडा रखेगा बल्कि पर्यावरण को भी बेहतर बनाएगा।

फार्मर मार्केट्स का समर्थन:स्थानीय फार्मर मार्केट्स से सब्जियाँ और फल खरीदें। इससे स्थानीय किसानों को समर्थन मिलेगा और परिवहन से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकेगा

।समुदायिक गार्डन:अपने समुदाय के साथ मिलकर सामुदायिक गार्डन बनाएं। इससे समाज में एकता बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलेगा।

रीसाइक्लिंग और अपसाइक्लिंग:पुराने सामान को रीसायकल या अपसायकल करें। पुराने फर्नीचर, कपड़े और अन्य वस्तुओं को नए तरीके से उपयोग में लाएं।

पानी की बचत:घर में पानी की बचत के तरीकों का उपयोग करें जैसे कि कम फ्लो वाले शावरहेड्स और टॉयलेट्स। बर्तन धोने और कपड़े धोने के लिए पानी की मात्रा को नियंत्रित करें।

पर्यावरण शिक्षा:बच्चों और युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षा दें। उन्हें छोटी उम्र से ही पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाएं।इन स्मार्ट आइडियाज को अपनाकर आप वर्षा ऋतु में प्रकृति का संरक्षण कर सकते हैं और पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

डॉ मेनका त्रिपाठी
संयोजिका प्रकृतिवादी लेखक संघ उत्तराखंड इकाई हरिद्वार

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